Board Exam 2026 Big Update : केंद्र सरकार द्वारा 10वीं 12वीं के एग्जाम जो आयोजित किया जाएंगे. 2026 में उसमें काफी बड़ा बदलाव किया गया है. ऐसे भी आप सीबीएसई बोर्ड के द्वारा 10वीं या 12वीं के एग्जाम दे रहे हैं तो आपके लिए यह जानकारी काफी महत्वपूर्ण होगी. क्योंकि सरकार ने एक अधिसूचना जारी करके जानकारी देते हुए बताया है की 2026 के एग्जाम में काफी बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.
प्रश्नों के स्वरूप में बदलाव होगा
आपकी जानकारी के लिए बता दे की सरकार के द्वारा प्रश्नों में बहुत बड़ा बदलाव किया जाएगा सरकार ने कहा है कि अब ऑब्जेक्टिव टाइप के प्रश्न बहुत ज्यादा होंगे. ताकि छात्रों को हल करने में काफी कम समय लगेगा और उनके अंदर हल करने की क्षमता भी विकसित होगी. पहले के समय प्रश्न काफी लंबे होते थे जिसको लिखने के लिए छात्रों को काफी रटना पड़ता था.
साल में दो बार बोर्ड एग्जाम आयोजित
दिल्ली बोर्ड के द्वारा बहुत बड़ी जानकारी दी गई है जिसमें कहा गया कि आप बोर्ड एग्जाम साल में दो बार आयोजित किए जाएंगे. पहले बोर्ड एग्जाम जनवरी फरवरी महीने में और दूसरा में May – June महीने में आयोजित करवाया जाएगा. जिससे छात्रों को अपने सुविधा के सीबीएसई 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम में सम्मिलित होने का मौका मिलेगा.
इसलिए आपको अब अपने मुताबिक बोर्ड एग्जाम में बैठने का ऑप्शन प्रदान किया जाएगा. परंतु इस नियम के अंतर्गत एक साथ भी निर्धारित की गई है. जिसमें कहा गया कि पहले एग्जाम आपको देना ही होगा और दूसरा ऑप्शनल होगा. यदि पहले एग्जाम में अगर आपका प्रदर्शन अच्छा नहीं है तो आप दूसरा एग्जाम देकर अपने प्रदर्शन को बेहतर कर सकते हैं.
क्या 75% का अटेंडेंट होना आवश्यक है?
सरकार के द्वारा कहा गया है कि यदि आपको 2026 के 10वीं और 12वीं के एग्जाम में बैठना है तो आपका 75% का अटेंडेंट होना आवश्यक है. अगर आपकी अटेंडेंस नहीं है तो आपके एग्जाम में बैठने की अनुमति मिली जाएगी. सभी स्कूल प्रशासन को कहा गया है कि इस नियम का पालन काफी कढ़ाई के साथ करें. अगर कोई भी स्कूल इसका पालन नहीं करता है तो उसके ऊपर कारवाई की जाएगी और छात्रों को एग्जाम में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी. इसलिए आपको इस नियम के बारे में पूरा डिटेल जानकारी होना आवश्यक है.
बोर्ड परीक्षा के नियमों में बदलाव
आपकी जानकारी के लिए बता दे की बोर्ड परीक्षा के नियमों में बदलाव का प्रमुख कारण छात्रों को पढ़ाई के तनाव से मुक्ति देना है. इसके अलावा छात्र अपने सिलेबस को अच्छी तरह से कंप्लीट कर सके. इसके लिए उनको प्राप्त समय देने के उद्देश्य ही बोर्ड परीक्षा के नियमों में बदलाव किया गया ताकि छात्र अच्छी तरह से अपना सिलेबस पूरा करें और उनका प्रदर्शन भी बोर्ड परीक्षा में बेहतर हो.